कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना

कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना

कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना को 24 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका है। एनडीआरएफ की चार कोशिशों के बाद भी उसे केवल 15 फीट ही ऊपर खींचा जा सका है। कैमरे में नजर नहीं आने के कारण मंगलवार सुबह 9.30 बजे शुरू हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन 3 घंटे से रुका हुआ है। रेस्क्यू टीमें अब एक और कैमरा नीचे डाल रही हैं। इसमें सफलता के बाद फिर से ऑपरेशन शुरू होने की संभावना है।
कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना
दरअसल, कीरतपुरा क्षेत्र के बड़ियाली की ढाणी की रहने वाली चेतना सोमवार दोपहर दो बजे घर के पास बने बोरवेल में गिर गई थी। बीते 24 घंटे से भूखी-प्यासी चेतना पहले बोरवेल में 150 फीट पर अटकी थी। रेस्क्यू टीमें तीसरे प्रयास में उसे 135 फीट तक लाने में कामयाब रहीं हैं। बच्ची को एल बैंड (लोहे की प्लेट से बना देसी जुगाड़) के जरिए ऊपर खींचा जा रहा है।
कोटपूतली में 700 फीट गहरे बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना
23 दिसंबर
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दोपहर 1:50 बजे : कोटपूतली के किरतपुरा क्षेत्र के बड़ीयाली ढाणी में बच्ची बोरवेल में गिरी।
* 2 बजे : परिजनों को बोरवेल से बच्ची के रोने की आवाज सुनाई दी। पुलिस-प्रशासन को सूचित किया।
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2:30 बजे : डीएसपी राजेंद्र बुरड़क ने मेडिकल टीम, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को मदद के लिए बुलाया।
* 3:20 बजे : मेडिकल टीम घटनास्थल पर पहुंची।
3:45 बजे : बच्ची तक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई।
शाम 5:15 बजे : SDRF की टीम ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया।
शाम 6 बजे : NDRF की टीम रेस्क्यू के लिए पहुंची।
रात 8:45 बजे : बोरवेल रेस्क्यू के देसी जुगाड़ एक्सपर्ट जगराम एंड टीम पहुंची।
रात 9:30 बजे : अंब्रेला और रिंग रॉड से रेस्क्यू शुरू किया
रात 01:00 बजे: अंब्रेला और रिंग रॉड से रेस्क्यू का पहला प्रयास असफल रहा।
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रात 03:00 बजे: रेस्क्यू करने का दूसरा प्रयास असफल रहा।
24 दिसंबर
* सुबह 5:30 बजे: प्रशासन ने परिजनों से हुक में फंसा कर बाहर निकलने की अनुमति मांगी।
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सुबह 9:30 बजे से एक घंटे में बच्ची को 15 फीट ऊपर खींचा गया।
* सुबह 10:30 बजे दूसरा कैमरा डालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन रोका गया।